प्रगति की ओर राठौर समाज चरण सीमा पर है

राठौर समाज के बढ़ते हुए समाज के संगठनों में एकजुट देखते हुए समाज एकत्रित करण हो रहा है और आने वाले समय में समाज एक दूसरे की सब भागीदारी से समाज उच्च श्रेणी पर जाएगा उसका यही प्रणाम परिणाम है कि आपसी समन्वय समाज के नीचे तपते के लोगों को उठाएगा और समाज में एक नई चेतना को जागरूक करेगा नई चेतना से समाज में समानता आएगी जो एक दूसरे के प्रति समर्पण की भावना नहीं थी वह एक दूसरे की समर्पण की भावना आ जाएगी आज समाज का एक दूसरे के प्रति समर्पण व्यक्ति को बढ़ावा में अग्रेषित करेगा हमें सिर्फ आवश्यकता इस बात की है ऐसे संगठनों के साथ में जोड़ कर एक दूसरों को जुड़वाना और समाज को आगे की ओर ले जाना ताकि व्यक्ति व्यक्ति एक दूसरे को जुड़ जाएंगे तो समाज अच्छे चरण सीमा पर पहुंच जाएगा हमें सिर्फ उसी चीज की आवश्यकता है कि हम अच्छाई को जो काम कर रहा है उसके साथ कदम से कदम मिलाकर काम करेंगे तभी संभव है कि समाज की प्रतियां दूर हो पाएगी