मालवा निमाड़ में लगातार हो रही आफत की बारिश जारी है। आगर-मालवा जिले के सोयत का मुख्य बाजार पानी-पानी हो गया है। शाजापुर में भारी बारिश से चीलर नदी उफान पर है, जिसके चलते कई गांव पानी-पानी हो गए हैं। बेरछा में घरों में पानी भरने के बाद बचने के लिए लोगों ने छतों की ओर रुख किया। वहीं लखुंदर नदी ने भी रौद्र रूप धारण कर लिया है। नदी किनारे बसे गावों में दो से तीन फीट तक पानी भर गया है।
लखुंदर का जलस्तर बढ़ने से शाजापुर-कानड मार्ग बंद हो गया है। मंदसाैर में भगवान पशुपतिनाथ पूरी तरह से जलमग्न हो गए हैं। उज्जैन में रामघाट स्थित मंदिर जलमग्न हैं। खंडवा में नर्मदा नदी उफान पर होने से मोरटक्का पुल पर 7वें दिन भी आवागमन बंद है। बड़वाह में नर्मदा 164 मीटर पर बह रही है। मौसम विभाग ने मालवा-निमाड़ के धार, अलीराजपुर, देवास, बड़वानी जिलों में शनिवार को भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।
उज्जैन में शिप्रा के जल ने बड़ी पुल को छुआ
लगातार हो रही बारिश शिप्रा उफान पर है। छोटा पुल पूरी तरह से डूब गया है, जबकि बड़े पुल से मात्र एक फीट नीचे शिप्रा बह रही है। गंभीर डेम के गेट खाेल दिए गए हैं। अलसुबह हुई तेज बारिश के बाद अंकपात मार्ग स्थित दुर्गा कॉलोनी में सड़क पर डेढ़ फीट तक पानी जमा हो गया। सड़क की सतह से लगकर बने मकानों के आगे के हिस्सों में पानी भर गया। नागझिरी थाना परिसर में भी सुबह पानी जमा हो गया। जिसके कारण थाना परिसर तक पहुंचना मुश्किल हो गया। पुलिसकर्मियों को भी चौपहिया वाहनों के साथ निकलना पड़ा।